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प्रिय सुधीजन,
आज हमारे लिए अत्यंत हर्ष की बात है कि हम आपके समक्ष अपने नवोदित प्रकाशन "विराज' की प्रथम हिंदी की पुस्तक विहान की श्रृंखला1-8प्रस्तुत करने में सफल हुए हैं।मातृभाषा हिंदी के प्रति बढ़ती हुई बच्चों की अरुचि ने हमें प्रकाशन की स्थापना और सर्वप्रथम हिंदी भाषा के उत्थान के लिए कार्य करने को प्रेरित किया।इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु प्रथम सोपान पर हमने चढ़ने का प्रयास अपने प्रकाशन की प्रथम हिंदी की पुस्तक विहान के माध्यम से करने की चेष्टा कीहै।विहान की भाषा अत्यधिक सरल सरस व प्रवाहपूर्ण है।इसमेँ हिंदी की समस्त विधाओं पर आधारित पाठ यथा सम्भव नवीन व रोचक तथा बच्चों को अपनी ओर सम्मोहित करनेवाले हैं।पुस्तक मे सुंदर रंगीन चित्रों विविध सरल अभ्यासों तथा जिज्ञासा शांत करनेवाले तथ्यों के साथ साथ बच्चों की कल्पना शीलता और जुझारू प्रवृत्ति को जाग्रत करनेवाली गतिविधियों का समायोजन कर पुस्तक को विशेष बनाने का प्रयास किया गया है।
इस महत कार्य के लिए हम आपके सुक्षावों और मार्ग दर्शन के अभिलाषी हैं।
सधन्यवाद,